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युवा संवाद – दिसम्बर 2024

अंक के प्रमुख आकर्षण

  • व्यक्तित्व : आज भी प्रासंगिक है आचार्य नरेन्द्रदेव… – अरुण कुमार त्रिपाठी
  • सर्व सेवेवा संघ : भूदान वाले विनोबा क्या भूखण्ड के भूखे थे – किशनगिरि गोस्वामी
  • पेसेसा कानूनून : झारखण्ड में झूलता ‘पेसा कानून’ – कुमार कृष्णन
  • महात्मा गांधी : महात्मा गांधी एक विलक्षण व्यक्तित्व – रेवा बबेले
  • राष्ट्र निर्माता : ज्ञान और नैतिकता की परिभाषा थे… – अरुण कुमार त्रिपाठी
  • संविधान दिवस : संविधान सम्मत गाँव गणराज्य की…. – राजकुमार सिन्हा
  • अर्थव्यवस्था : देसी दीपावली की अहमियत – बाबा मायाराम
  • सावरकर : अहिंसा को अछूत मानने वाले सावरकर – विवेकानंद माथने
  • नागरिक संहिता : सवाल और संभावनाएँ – नरेश गोस्वामी
  • नोबेल पुरस्कार : शाकाहार की समर्थक को साहित्य का… – हेमलता म्हस्के
  • जंगल-जमीन : बाघों के बहाने वीरान होते गाँव – राजकुमार सिन्हा
  • प्रदूषण : दीपावली की दहशत: पटाखे और प्रदूषण – सुदर्शन सोलंकी
  • छत्तीसगढ़: नरम हिन्दुत्व और भोंपू मीडिया की हार – संजय पराते
  • बेबाक: क्या देखें – सहीराम

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