
अंक के प्रमुख आकर्षण
- समाजवाद : गांधी के शिल्प में समाजवाद – अरुण कुमार त्रिपाठी
- न्याय व्यवस्था : पूछती है गुलफिशां: क्या यही… – योगेन्द्र यादव
- पंचायती राज : लोकतंत्र-जनतंत्र और दबंगतंत्र – अटल तिवारी
- इलाहाबाद : इलाहाबाद तुम बहुत याद आते हो ! – गोविन्द निषाद
- डॉ. अंबेडकर : मेरे अंबेडकर वामपंथी अंबेडकर हैं – अभय कुमार
- व्याख्यान : पूंजीवाद का संकट – अनिल चौधरी
- रोचक प्रसंग : जब सितुही में चाँद उतरता था! – चंचल
- श्रंद्धाजलि : अनिल चौधरी की याद में – मधुरेश कुमार
- फिल्म-फूले : एक फिल्म से डरा ब्राह्मणवाद – बादल सरोज
- बेबाक : शरबत से गर्मी और कंबल से ठंडक – सहीराम